मुंबई, 18 जुलाई 2024: भारतीय इतिहास और संस्कृति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण में, छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रसिद्ध हथियार ‘वाघ नख’ लंदन के संग्रहालय से मुंबई लाया गया है। यह ऐतिहासिक हथियार अब पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा में एक म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा।
‘वाघ नख’ की ऐतिहासिक यात्रा
छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा इस्तेमाल किया गया ‘वाघ नख’ या बाघ के पंजे के आकार का हथियार, लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया था। महाराष्ट्र सरकार की वर्षों की कोशिशों के बाद, इसे वापस भारत लाने में सफलता मिली है। राज्य के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि इस हथियार को वापस लाने में 14.08 लाख रुपये की लागत आई है।
सतारा में भव्य स्वागत
‘वाघ नख’ को 19 जुलाई से सतारा के छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा। इसे बुलेटप्रूफ कवर में रखा गया है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं1. सतारा के संरक्षक मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि ‘वाघ नख’ की वापसी महाराष्ट्र के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा की बात है और इसका स्वागत भव्य समारोह के साथ किया जाएगा।
ऐतिहासिक महत्व
‘वाघ नख’ का ऐतिहासिक महत्व बहुत बड़ा है। इसे 1659 में बीजापुर सल्तनत के जनरल अफजल खान को मारने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने इस्तेमाल किया था1. यह हथियार मराठा साम्राज्य की वीरता और साहस का प्रतीक है और इसे वापस लाना भारतीय इतिहास के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
संस्कृति और धरोहर की सुरक्षा
महाराष्ट्र सरकार ने लंदन के संग्रहालय से इस हथियार को तीन साल के लिए उधार पर लिया है। इस अवधि के दौरान, इसे सतारा में प्रदर्शित किया जाएगा और इसके संरक्षण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
यह वाकई भारतीयों के लिए गर्व का पल है और यह ऐतिहासिक हथियार हमारी संस्कृति और धरोहर की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।