इसौली विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे ओमप्रकाश बजरंगी के पुत्र आशीष उर्फ सनी फायरिंग की घटना में बाल-बाल बच गए हैं। नगर के विनोवापुरी मोहल्ले में यह मामला घटित हुआ है। सीओ सिटी आदि ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना कोतवाली नगर के विनोबापुरी मोहल्ले में बताई जा रही है। यह बात सामने आ रही है कि गनपत सहाय के प्राचार्य पीवी सिंह हत्याकांड के अभियुक्त की तरफ से फायरिंग की गई है। घटना के बाद सीओ सिटी, नगर कोतवाल आदि ने घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए हैं। उधर पीड़ित अपने साथियों के साथ कोतवाली नगर पहुंचे और नामजद तहरीर पुलिस को दिया है। सीओ सिटी शिवम मिश्रा ने बताया जांच पड़ताल के आधार पर केस दर्ज किया जाएगा।
वही सनी ने बताया कि मैं अपनी सुसराल की तरफ जा रहा था। वहां जिला पंचायत सदस्य नन्दन चतुर्वेदी हैं उनके घर के पास हमारे दो-तीन मित्र खड़े थे। मैं उनसे मिलने उतरा था। तब पीछे से दो बाइक आई जिसमें एक मिंटू उपाध्याय और एक रिंकू दूबे और दो लोग और थे। मिंटू उपाध्याय उसने न कुछ पूछा पिस्टल निकाला और हमारे ऊपर फायर किया। हमारे गनर और हमारे साले ने उसकी पिस्टल पकड़ने की कोशिश की तो उनकी तरफ भी फायर किया। उन्होंने बताया कि लगातार चार फायर किया।
आरोपी ने यह बताते हुए गया कि एक साल लगता है जेल से छूटने में। और तुम मारोगे यह तय है।
उन्होंने बताया कि हमारे कॉलेज के प्राचार्य और उनके गनर की हत्या हुई थी 2011-12 में। उसमें यह मुख्य अभियुक्त था और जेल चला गया, इसको लोवर कोर्ट से सजा हो गई थी। साल 2022-23 में हाईकोर्ट से इसको बेल मिल गई।
तब से यह लगातार हम पर नौकरी के लिए दबाव बना रहा था। अभी कल भी यह तिकोनिया पार्क पर आया और इसने बताया कि मच्छर आदमी को यह कर देता है वो कर देता है। हमको परेशान न करो समझ नहीं रहे हो यह हो जाएगा और वो हो जाएगा। अनिल मिश्रा ने यह कहा और मिंटू उपाध्याय इसके साथ काफी समय से रह रहे हैं।
वो हमारे यहां बाबू के पद पर था, 2011 में हत्या के बाद जब सजा याफ्ता हुआ तो उसकी नौकरी चली गई। जबकि उच्च न्यायालय द्वारा उसकी सजा माफ नहीं की गई है केवल बेल दी गई है। ठीक है पुनः आपकी यहां इसकी सुनवाई हो जाएगी।