रिपोर्टर आशुतोष मिश्र सुल्तानपुर 9415049256
सुल्तानपुर में धम्मौर पुलिस के वर्क आउट पर सवाल खड़े हो गए हैं। आलोक कोरी हत्याकांड में पुलिस अधिकारी के मृतक के शराब पी रखने वाले बयान व ई-रिक्शा कंपनी के मालिक को बचाए जाने पर मृतक के पिता ने सवाल उठाया है।
कोतवाली नगर के अफलेपुर निवासी अनिल कोरी के पुत्र आलोक की बीते शनिवार की रात निर्मम हत्या कर दी गई थी। रविवार को उसका शव धम्मौर के बिकना गांव के एक खेत में मिला था। जहां सिर धड़ से अलग 200 मीटर की दूरी पर पाया गया था। इस मामले में धरना प्रदर्शन के बाद मंगलवार को मृतक के पड़ोसी संदीप कोरी व सभनापार निवासी संदीप के नाना शिव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस अधिकारी ने अपने बयान में कहा था कि मृतक ने शराब पी रखी थी। हालांकि पिता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सावर्जनिक करते हुए दावा किया है कि इस रिपोर्ट में शराब का उल्लेख ही नहीं है। ऐसे में सवाल खड़ा होना लाजमी है।
वही शुरूआत से ही परिवारीजन नगर के ई-रिक्शा एजेंसी के मैनेजर पर भी आशंका जता रहे थे। उनका कहना था कि मैनेजर ने मारकर उनके बेटे को नौकरी से निकाल दिया था। घटना से चार दिन पूर्व उसे फोनकर के काम पर बुलाया था। पिता ने आशंका जाहिर की थी कि बेटे की हत्या में वो सब भी शामिल हैं। यही नहीं मंगलवार को जब अमहट स्थित हाइवे पर शव रखकर प्रदर्शन किया गया तब भी बार बार ई-रिक्शा एजेंसी के मैनेजर को पकड़े जाने की बात की गई। लेकिन पुलिस ने पूरे केस से उसे दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल बाहर किया है। पिता का आरोप है कि धम्मौर पुलिस पैसे लेकर उसे बचा रही है।