रामचैत मोची ने सरकारी योजनाओं के लाभ नहीं मिलने की बात कही तो कांग्रेसी उनके लिए आगे आए। डीएम से मिलकर उन्हें आवास, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान, राशन कॉर्ड इस सबका लाभ देने की पेशकश कर डाला। डीएम ने मामले में डीडीओ को जांच के आदेश दिए हैं। उधर डीएसओ द्वारा जानकारी दी गई है कि रामचैत की बहू के नाम राशन कॉर्ड बना हुआ है जिस पर जून-जुलाई का राशन उठाया गया है। ऐसे में रामचैत का एक दावा झूठा निकल गया है।
कूरेभार के विधायक नगर चौराहे पर जूते चप्पल की सिलाई करने वाले रामचैत गुमनामी की जिंदगी जी रहे थे। 26 जुलाई को उनके जीवन में उजाला तब आया जब सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट पर पेशी से लौटते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी रामचैत की दुकान पर रुक गए। उन्होंने हाल चाल जाना और अगले दिन रामचैत को लाख रूपये के आसपास की एक सिलाई मशीन गिफ्ट में पहुंच गई। जिसके रिटर्न में रामचैत ने राहुल को दो जूते बनाकर उपहार में भेजा।
इसके बाद लेखपाल, प्रधान सब रामचैत के घर पहुंचे। जांच पड़ताल किया और उन्हें सरकारी लाभ दिलाने की बात कही। रामचैत झोपड़ी नुमा मकान में रहते हैं। उन्होंने मीडिया में कहा उन्हें आवास, आयुष्मान, राशन कार्ड, उज्जवला योजना इस सबका लाभ नहीं मिला। जिसको मुद्दा बनाकर मंगलवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा रामचैत को लेकर डीएम से मिले।
डीएम ने उन्हें अगले दिन जनता दरबार में बुलाया। यहां अगले दिन आने पर डीएम ने प्रार्थना पत्र लिया और पूरे मामले की जांच जिला विकास अधिकारी अजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि रामचैत जनता दर्शन में आए थे। उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं की लाभ दिलाने की मांग की गई है। परीक्षण करा रहे हैं कि उनको किन-किन योजनाओं का लाभ दिया जा चुका है। यदि वह किसी योजना से लाभान्वित नहीं हुए हैं तो परीक्षण उपरान्त यदि वह पात्र पाए जाते हैं तो अतिशीघ्र उस पर कार्रवाई की जाएगी।
वही जिला पूर्ति अधिकारी की ओर से रामचैत का ऑन लाइन राशन कार्ड मीडिया को उपलब्ध कराया गया। जो उनके बड़े पुत्र राजाराम की पत्नी सुमन के नाम है। कुल पांच यूनिट के राशन कार्ड में रामचैत का नाम दर्ज है। यही नहीं बल्कि 15 जून व 17 जुलाई को राम चैत ने कोटेदार अजय कुमार वर्मा के यहां से राशन भी उठाया है।
राहुल गांधी से जुड़े रामचेत ने डीएम को सुनाई थी समस्याएं
सुल्तानपुर : नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से जुड़े रामचेत मोची की समस्याओं से संबंधित पात्रता का सत्यापन नहीं हो सका। 48 घंटे बाद भी जिला विकास अधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि वह प्रधानमंत्री आवास योजना शौचालय और सड़क का पात्र है या नहीं। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष के करीबी होने के बावजूद रामचेत की समस्याओं के समाधान को लेकर विकास विभाग संजीदा नहीं दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री आवास और शौचालय की मांग करते हुए मोची रामचेत ने डीएम कृतिका ज्योत्सना को अपनी समस्याएं बताई थी । जिस पर उन्होंने जिला विकास अधिकारी को प्रकरण की जांच सौंपते हुए रिपोर्ट तलब की थी। जिलापूर्ति अधिकारी जीवेश कुमार मौर्य की जांच में उसे राशन कार्ड योजना का पत्र पाया गया था। जिला विकास अधिकारी अजय पांडेय का कहना है कि अगले 48 घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी। राशन कार्ड उसका पहले से बना हुआ है। किस-किस योजना का लाभ मिला है, इसका सत्यापन खंड विकास अधिकारी से कराया जा रहा है।