सुल्तानपुर : टैक्सी चलाकर अपनी पत्नी को प्रयागराज में पढ़ाने वाले पति को लंबे प्रयास के बाद न्याय मिला है। शिक्षिका की नौकरी पाने के बाद पति को ठोकर मारने वाली शिक्षिका उपमा सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है। बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाली शिक्षिका उपमा ने फर्जी जन्मतिथि का कूटरचित दस्तावेज तैयार कर दो विद्यालयों में एडमिशन कराया था। शासन और अधिकारियों की आंख में धूल झोंककर ₹1200 का डीबीटी का लाभ लिया था। अखंड नगर के बलुआ निवासी पति उमेश कुमार सिंह की शिकायत पर जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने पूरे मामले की कमेटी बनाकर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। जांच में फर्जी जन्मतिथि बनाकर एडमिशन कराने, अनुशासनहीनता, शिक्षक आचरण के खिलाफ कृत्य करने और अनैतिक लाभ लिए जाने की पुष्टि हुई। जिसे आधार बनाते हुए बीएसए दीपिका चतुर्वेदी ने दुबेपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अहिरन में तैनात सहायक अध्यापिका उपमा सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए करौंदी कला खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने कार्रवाई की पुष्टि की है।