रिपोर्टर आशुतोष मिश्र सुल्तानपुर 9415049256
भाजपा काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष पर प्रशासन को मिलाकर चौरासी बाबा के आश्रम समेत प्रॉपर्टी हड़पने की नीयत से नया ट्रस्ट बनाने का आरोप लगा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तहसील स्तर पर प्रशासन को मिलकर नियम विरुद्ध ट्रस्ट बनाया गया है। इसको लेकर गुरुवार को ग्रामीणों ने डीएम से मिलकर मामले की लिखित शिकायत किया है।
जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के बेलहरी गांव में स्थित है आश्रम
जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के बेलहरी गांव में स्थित दत्तात्रेय चौरासी आश्रम लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। करीब एक वर्ष से आश्रम से जुड़े ट्रस्ट को लेकर विवाद चला आ रहा है। इस दौरान कई बार ट्रस्ट में फेरबदल किया गया। बार-बार ट्रस्ट में फेरबदल करने के कारण विवाद गहराता चला गया। बुधवार को उस समय मामला तूल पकड़ गया जब भाजपा नेता संत बक्श सिंह चुन्नू चौरासी बाबा के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय जयसिंहपुर पहुंचे। जानकारी चौरासी महाराज के सेवादारों को हुई तो बड़ी संख्या लोग रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारियों ने चैनल बंदकर करा दिया रजिस्ट्री
सेवादारों का आरोप था कि प्रशासन की मिलीभगत से आश्रम के ट्रस्ट को हथियाने की साजिश की जा रही है। मौके पर एसडीएम संतोष कुमार ओझा व सीओ प्रशान्त सिंह ने सेवादारों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन सेवादार एसडीएम और सीओ पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। सेवादार तब और आक्रोशित हो गए जब प्रशासन की मौजूदगी में रजिस्ट्री आफिस के गेट को बंदकर नए ट्रस्ट का गठन कर रजिस्ट्री कर दी गई। आक्रोशित सेवादारो ने भाजपा नेता को खूब खरी खोटी सुनाई। प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली से गुस्साए सेवादार तहसील के मुख्य द्वार समेत दोनो गेट बंद कर प्रदर्शन किया। एसडीएम ने सेवादारों के प्रतिनिधिमंडल से अपने कार्यालय में वार्ता कर नियम संगत कार्रवाई की बात कही।
सब रजिस्ट्रार के बयान से विरोधाभास
इस मामले में सब रजिस्ट्रार आदित्य जायसवाल का कहना है कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर रजिस्ट्री करवाई गई। जिसमें चौरासी बाबा मुख्य न्यासी है। सीओ और तहसीलदार को पदेन सदस्य बनाया गया है। उन्होंने अधिकारियों को जानकारी होने की बात कही है। वहीं एसडीएम संतोष कुमार ओझा का कहना है कि प्रकरण की पूरी जानकारी नहीं है। उनको सब रजिस्ट्रार द्वारा हंगामा करने की सूचना दी गई। सीओ के साथ मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था कायम कराया गया।
डीएम से आज मिले ग्रामीण रखी अपनी मांग
रामकेवल यादव, कृष्ण नारायण तिवारी, सत्येंद्र प्रताप आदि आज इस मामले को लेकर डीएम से मिले। उन्हें अवगत कराया कि बाबा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसका लाभ उठाकर कूटरचित ढंग से कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। इन लोगों ने आरोप लगाया है कि नए ट्रस्ट से जुड़े लोगों बाबा की सम्पत्ति हथियाने के लिए तहसील स्तर के अधिकारियों को हमवार किए हुए हैं। जो ट्रस्ट कल गठित हुआ वो फर्जी है, ऐसे में आश्रम को अपने संरक्षण में लेकर उसे सुरक्षित किया जाए।
संतोष तिवारी ने बताया कि पूर्व में डीएम के आदेश पर ट्रस्ट बना था जिसके संरक्षक तहसीलदार थे। लेकिन कल बाबा को एसओ की मौजूदगी में उठाकर लेकर गए। वहां एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में चैनल बंदकर नए ट्रस्ट की लिखा पढ़ी हुई। उन्होंने भाजपा नेता संत बख्श सिंह चुन्नू को मुख्य भूमिका अदा करने वाला बताया है।
ट्रस्ट के गठन में छह पर दर्ज हुआ था मुकदमा
वर्ष 2013 में एक ट्रस्ट का गठन किया गया। जिसके मुख्य न्यासी बाबा थे। उसके बाद सेवादार शरद कुमार द्वारा गुरु गोविंद शैक्षिणिक और धर्मार्थ ट्रस्ट बेलहरी नाम से गठन किया गया। खारिज दाखिल के समय इसकी जानकारी हुई। तब सेवादार शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कोतवाली में तहरीर दी थी। जिसमें छह लोगों पर मुकदमा दर्ज कर ट्रस्ट का विघटन करवा दिया गया।
रजिस्ट्री कार्यालय की रही भूमिका संदिग्ध
पिछले एक साल में कई बार ट्रस्ट में फेरबदल किया गया। बुधवार को बीमारी की हालत में चौरासी महराज को रजिस्ट्री कार्यालय लाकर नए ट्रस्ट की रजिस्ट्री करवाई गई। जबकि बाबा बोलते नही है। ऐसे में रजिस्ट्री के दौरान किसी विशेषज्ञ का न होना रजिस्ट्री कार्यालय को संदेह के घेरे में खड़ा कर रहा है। जो बाबा के इशारों को समझकर बता सकें।