सुल्तानपुर के लंभुआ तहसील अंतर्गत स्वामी विवेकानंद एसएस पीजी कॉलेज में छात्र-छात्राओं को स्मार्ट फोन देने से पहले सुविधा शुल्क की डिमांड की जा रही है। सुविधा शुल्क भी सौ-दो सौ रुपए नहीं बल्कि साढ़े चार हजार रुपए। जिस बच्चे ने सुविधा शुल्क जमा किया उसका स्मार्ट फोन फिक्स जिसने सुविधा शुल्क का विरोध किया उस बच्चे और अभिभावक को विद्यालय प्रशासन के कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है। इसी कोपभाजन की शिकार एक छात्रा अपनी फरियाद लेकर डीएम ऑफिस पहुंची और डीएम से मिलकर विद्यालय प्रशासन की हरकतों से रूबरू करवाया।
दरअस्ल पीड़ित छात्रा का नाम शालू शुक्ला है। ये लंभुआ के स्वामी विवेकानंद एसएस पीजी कॉलेज में बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा है। इसका आरोप है सरकारी योजना के तहत बांटे जा रहे स्मार्टफोन को लेने के लिए जब वह अपने विद्यालय गई तो उससे वहां पैसे की डिमांड की गई। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। उससे कहा गया कि विद्यालय में साढ़े चार हजार रुपए जमा करो तब ही स्मार्ट फोन मिलेगा। जब छात्रा ने पैसा देने का कारण पूछा तो विद्यालय प्रशासन ने उचित जवाब नहीं दिया।
एनएसयूआई करेगी प्रदर्शन
इस पूरे मामले की जानकारी छात्रा ने अपने बड़े भाई सौरभ शुक्ला को दी तो वह विद्यालय पहुंचा और उसने विद्यालय के स्टाफ से पैसे के बारे में पूछा और वीडियो बनाने लगा तो विद्यालय प्रशासन ने छात्रा और उसके भाई को अपमानित करके विद्यालय से बाहर निकाल दिया। इस घटना की जानकारी जब एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष मानस तिवारी को लगी तो उसने पीड़ित छात्रा शालू शुक्ला और उसके भाई सौरभ शुक्ला से संपर्क किया और इस पूरे मामले में इंसाफ दिलाने की बात कही। आज पीड़ित छात्रा व उसके भाई के साथ मानस तिवारी ने एनएसयूआई के सदस्यों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया। मानस तिवारी ने कहा कि पीड़ित छात्रा को अगर तीन दिन के अंदर इंसाफ नहीं मिलता है छात्र छात्राओं के हित में एनएसयूआई एक बड़ा आंदोलन करेगी।